आज के युवा और भारतीय संविधान ,
जब हम युवाओं के बारे में कल्पना करते हैं तो हमारे मन में उनके हाथ में मोबाइल फोन या कानों में हैंड्स फ्री या मैदान में क्रिकेट खेलते हुए युवा की तस्वीर उभरती है इसके साथ हम उन्हें नशे में डूबे हुए या राजनीति में किसी पद के लिए संघर्ष करते हुए या सच्चे साथी की तलाश में भागते हुए देखते हैं। इन सबसे परे हम ऐसे युवाओं को भी देखते हैं जो एक अच्छी नौकरी, एक सुंदर पत्नी और एक अच्छे घर के लिए संसाधन जुटाने के लिए इधर-उधर भागते देखते है।

ऐसे माहौल में युवाओं के साथ देश के वर्तमान हालात , समाजिक स्थिति, संस्कृति, संविधान और संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस चर्चा को रोचक बनाने के लिए नागरिक अधिकार मंच द्वारा जबलपुर की शहरी गरीब बस्तियों में युवाओं को संविधान और संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से संविधान सीढ़ी खेल का आयोजन किया जा रहा है जिसमे युवा और किशोरिया खेल और मस्ती मस्ती में अपने समाज की जटिलताओ, रीति रिवाज और इनके मूल्य किस तरह समाहित होते है और समाज में कहा कहा मूल्यों का पतन हो रहा है इसे समझाने का कर प्रयास रहे है | इसके साथ साथ संस्था द्वारा संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा कर युवाओं को सामाजिक मुद्दों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। जिसमें किशोर खेल में लिखे मुद्दों पर अपने ज्ञान और जिज्ञासा को प्रस्तुत कर रहे हैं